Virtual Reality क्या है? और कैसे काम करता है?

Virtual Reality Kya Hai? Ye Technology Kaise Kaam Karta Hai? इस तरह के बहुत सारे सवालों के जवाब आपको इस पोस्ट में मिलने वाला है. अगर आपको टेक्नोलॉजी में लगाव है तो आपने इसके बारे में जरुर सुना या पढ़ा होगा. हम यहाँ आपको इसके बारे में विस्तार से बताने वाले हैं. इसलिए इस पोस्ट को अंत तक अच्छे से पढ़िए और कही समझने में दिक्कत हो तो कमेंट सेक्शन आपके लिए हमेशा खुला हुआ है, वहाँ पूछिये.

virtual reality kya hai yah kaise kam karta hai

दोस्तों, आज के समय में हमारी technology काफी तरक्की कर चुकी पहले जिन्हें हम सोच भी नही सकते थे. आज वो हो रहा है. दोस्तों, हमारे पूर्वजों ने कभी सपने में भी नही सोचा होगा की एक समय ऐसा आयेगा जब इन्सान दुसरे ग्रह में जा पायेगा. लेकिन आज वो सब हो रहा है.

शायद कभी अपने अपने मन में सोचा होगा की कभी ऐसा हो सकता है की हम घर बैठे पूरी दुनियां की सैर कर सकते है? चालो माना की इन्टरनेट के आने के बाद हम दुनियां के किसी भी कोने के लोगों से कम्यूनिकेट कर सकते हैं. और पूरी दुनियां के चीजों को video के through देख सकते हैं. इतना ही नही घर बैठे हम internet से सामान भी माँगा सकते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है की हम घर बैठे ही पूरी दुनियां की सैर कर सकते हैं?

जी हाँ, दोस्तों आज के समय में यह सब सम्भव है. आप अपने घर बैठे ही पूरी दुनियां में किसी भी जगह की सैर कर सकते हो, आप दुसरे ग्रहों और उपग्रहों में घूमने का आनंद ले सकते हो, आप सवारी करने का आनंद ले सकते हो. ये सभी चीजें virtual box के द्वारा सम्भव है.

आज हम आपको इसी के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं. अगर आपको इसके बारे में पता नही है तो इस video को last तक जरुर देखिएगा. हम आपको यहाँ पर सरल भाषा में समझाने की कोशिश करेंगे. और आपको इससे सम्बन्धित पूरी जानकारी देने की कोशिश करेंगे. अगर फिर भी आपका कोई सवाल रह जाता है तो comment करके पूछिये.

Virtual Reality क्या है? (What is Virtual Box in Hindi?)

Virtual Reality का साफ़ मतलब है ऐसी चीजों को अनुभव करना जो की असल में होता ही नही है. आप इसके नाम से भी समझ सकते हो की virtual का हिंदी मतलब होता है आभासी यानि जो real में है ही नही, और reality से मतलब आपको उसका अनुभव real के जैसा ही होगा.

अगर हम साफ़ शब्दों में कहें तो virtual reality में ऐसी चीजों को अनुभव (feel) कराया जाता है जो हमारे असल दुनिया से अलग या उसके जैसा ही होता है परन्तु वो असल में exist करता ही नही है. मतलब आप हिमालय पर्वत को घर में बैठे ही घूम सकते हो. मतलब आपको ऐसा feel होगा की आप हिमालय में हो और वह घूम रहे हो.

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Virutual reality में आपके आँखों में virtual box को लगाया जाता है फिर आपके शारीर के कई हिस्सों जैसे हाथ, पैर में कंट्रोलर को लगाया जाता है. फिर आप हाथ पैर को हिलाएंगे तो आपको लगेगा की आप सच में सैर कर रहे हो. अभी आपके आँखों के सामने जो दुनियां दिखाई दे रहा है, virtual में जाने के बाद आपको दुनियां दिखाई देंगी.

VR का उपयोग मजोंरंजन जैसे विडियो गेम खेलने के लिए, educational purpose जैसे मेडिकल और मिलिट्री ट्रेनिंग के लिए किया जा सकता है.

अभी realistic image, sound, और दुसरे सेंसेशन को बनाने के लिए virtual reality headset या multi projected inviroment का उपयोग किया जाता है. एक आदमी, VR की मदद से artificial world के चारों ओर देख सकता है, और चीजों को छु सकता है. जैसे हम असली दुनियां में करते हैं उसमे भी किराया जाता है ताकि लोगों को उसका असली feel मिल सके.

Virtual Reality के कुछ जरुरी बातें:

  1. Believable: आप यह अनुभव करना होगा की आप सच में किसी दूसरी दुनियां जैसे मार्स, चन्द्रमा, या किसी दुसरे प्लेनेट में हो और आपको इसमें believe रखना होगा जबही आप इसका असली मज़ा उठा सकते हो. अगर आपके mind में ये set रहा है की आप इसे VR box में देख रहे हो तो फिर आपको feel नही आ पायेगा. इसलिए feel लाने के लिए believe रखना होगा की आप सच मे किसी दूसरी दुनियां में हो.
  2. Interactive: जिस तरह आप अपने आस-पास घूमते हो, इसी तरह VR world में भी आपको feel होना चाहिए आप सच में किसी दुसरे दुनियां में घूम रहे हो.
  3. Computer-generated: ये महत्वपूर्ण क्यों है? क्युकी सिर्फ शक्तिशाली (जिसमे realstic 3D computer graphics हो) और तेज मशीन के द्वारा ही उसे ऐसा बनाया जा सकता है, जिससे believable, इंटरैक्टिव और अलग तरह की दुनियां की संरचना की जा सकती है ताकि लोगों को प्रतीत हो की वो सच में किसी अलग दुनियां में घूम रहा है.
  4. Explorable: जिस तरह आज के समय में बहुत सारे games को explorable डिजाईन किया जाता है. आप अपने मन मुताबिक कहीं भी घूम सकते हो और कोई भी चीज एक्स्प्लोर कर सकते हो. उसी तरह VR की दुनिया में भी होना जरुरी है. जिससे लोग जो चाहे उसे एक्स्प्लोर कर सके ताकि उन्हें बिलकुल real feel हो.
  5. Immersive: Believable और Interactive दोनों होने के लिए यह सबसे अधिक जरुरी है. VR को आपके body से और आपके mind दोनों से engage होना बहुत ज्यादा जरुरी है. इसके बिना आपको लगेगा की आप कहीं बैठ कर ये सब देख रहे हो. इसलिए बिलकुल realstic feel कराने के लिए body और mind दोनों में set हो की आप किसी दुसरे दुनियां में हो.
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वर्चुअल रियलिटी का असली मज़ा लेने के लिए ये सभी points बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है. इसलिए जब भी आप इसका उपयोग करें, ऊपर बताये गये इन सभी बातों का ख़ास ध्यान रखें.

Virtual Real Box क्या है?

VR Box के साथ आप घर में बैठे बैठे ही थिएटर का मजा ले सकते हो. इसमें दो लेंस लगे हुए हुए होते हैं. इसका उपयोग करने के लिए आपको सबसे पहले अपने phone में एक एप्लीकेशन इनस्टॉल करना पड़ता है. उसके बाद आपके फ़ोन की screen दो भागों में डिवाइड हो जाता है.

इस एप का नाम “Google Cardboard” है, इसे आप playstore से install कर सकते हो. उसके बाद आप अपने फ़ोन में VR mode को enable करके इसको VR box में attach कर सकते हो. और अच्छी quality की sound के लिए आप हैडफ़ोन का उपयोग कर सकते हो. उसके बाद आप घर बैठे ही theater में movie देखने का मज़ा ले सकते हो.

इसमें मूवी देखने का full मज़ा जबही मिलेगा जब full HD movie होगी. इसके अलावा 3D movies  या विडियो को आप 360 digree में दखने का मज़ा ले सकते हो. इसका device का price RS 500 से 3000 तक है. आप इसे market में भी खरीद सकते हो या फिर amazon या flipkart से online भी खरीद सकते हो.

Virtual Reality के प्रकार:

“वर्चुअल रियलिटी” को अक्सर marketing buzzword को कोम्पेल्लिंग, इंटरैक्टिव video games, या फिर 3d movies और television programs करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. जबकि कहा जाता है की इन्हें VR के रूप में नही देखा जा सकता है, क्युकी ये सब आपके असल दुनियां से मिलता जुलता है. जबकि VR का डेफिनिशन है जो असल दुनिया से बिलकुल अलग हो और ये काल्पनिक हो. इसी को देखते हुए VR को कई प्रकारों में बांटा गया है. चलिए जानते हैं इसके बारे में.

Fully immersive

VR का पूरा लुत्फ़ उठाने के लिए हमें तीन चीजें चाहिए. पहला, एक्स्प्लोर करने के लिए प्रशंसनीय और समृद्ध रूप में विस्तृत एक काल्पनिक दुनियां. दूसरा, एक शक्तिशाली कंप्यूटर जो की यह पता लगा सके की हम क्या कर रहे हैं और अपने अनुभव को उसके अनुसार सही समय पर समायोजित करें. तीसरा, कंप्यूटर से जुदा वह हार्डवेयर, जिसने हमें घुम्नते हुए पूरी तरह से आभासी दुनियां में डुबो दिया.

इसके लिये हमें head-mounted display (HMD) जिसमे की दो स्क्रीन्स और stereo sound, और एक या उससे ज्यादा sensory gloves हो. इन सब चीजों से आप एक immersive world में चले जायेंगे.

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Non-immersive

एक realistic flight simulator अपने घर के PC में nonimmersive का सबसे अच्छा उदाहरण हो सकता है, जब इसमें wide screen, हैडफ़ोन, और सराउंड साउंड, joystic और दुसरे controls का इस्तेमाल हो. क्युकी हर कोई fully immersed ही नही चाहता है. लोग इसके अल्टरनेटिव से भी काम चला लेते हैं.

Collaborative

आप बहुत सारे VR games जैसे second life और minecraft के बारे में क्या सोचते हैं? क्या ये virtual reality में आता है? हालाँकि, ये सब हमारे पहले चार criteria (believable, interactive, computer created, और explorable) से मिलता जुलता है. लेकिन ये हमारे पांचवे criteria (आपको पूरी तरह से immerse कराना) से नही मिलता है. यह एक cutting-edge VR को offer करता है, जो की कोलैबोरेशन नही है. Future में कोलैबोरेशन और शेयरिंग VR की दो सबसे important फीचर होने वाली है.

Web-based

1980 और 1990 के बिच VR एक बहुत लोकप्रिय और तेजी से grow होने वाली technology रही है, लेकिन उस समय world wide web की तेजी से growing लोगों में VR का interest ख़त्म कर दिया था. जबकि computer scientists ने web में बहुत सारे virtual worlds को बनाया. Ordinary people VR के मुकाबले Web में बहुत ज्यादा interested थे क्युकी ये उन्हें real reality को access करने के लिए नये तरीके देते थे, इनफार्मेशन को प्रकाशित करने के लिए एक नया तरीका देते थे और इतना ही नही friends के thoughts, ideas, और experiences share करने का भी विकल्प देते थे. इस वजह से लोग web की तरह ज्यादा आकर्षित हो गये.

Augmented reality

Mobile devices जैसे एक smartphone हमें वो शक्ति देता है जो हमे एक सुपर कंप्यूटर में मिलती है. अगर हम चाहे तो इसके माध्पूयम से पुरी दुनियां का चक्कर लगा सकते हैं. हम ऐसे site में जा सकते हैं, जहाँ प्य्रामिड्स 3d में बनाया गया हो या किसी ऐसे सिटी को डिजाईन किया गया हो जहाँ हम पहले नही गये हैं. ये सब internet पर आज मौजूद है.

निष्कर्ष,

आशा करते हैं की यह पोस्ट आप सभी को अच्छा लगा होगा. अब आप समझ गये होंगे की Virtual Reality क्या है? यह कैसे काम करता है? अगर आपको इससे सम्बन्धित किसी प्रकार का सवाल पूछना हो तो हमें निचे comment करके बताएं.

इसमें हमने आपको Virtual Reality के बारे में विस्तार से बताया. अगर आपको पोस्ट समझ में आये तो इसे अपने दोस्तों के साथ share जरुर करें. इससे हमें इस प्रकार की और भी informational posts लिखने की प्रेरणा मिलती है.

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