हेल्लो, दोस्तों आज के पोस्ट में हम जानने वाले हैं की Storage Device क्या है? ये किस प्रकार के होते हैं? इससे सम्बन्धित हम आपको सभी सवालों के जवाब इस पोस्ट में बताने वाले हैं. अगर आपको इसके बारे में अच्छे से पता नही है तो इस पोस्ट को पूरा पढ़िए. हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताने वाले हैं.
आज के समय में हमारे smartphone में पहले से बहुत ज्यादा storage capicity होता है. Normally, अगर आप दस हजार के approx phone खरीदत हो तो उसमे आपको 64 GB या फिर 128 GB का storage space तो मिल ही जयेगा. आज के समय में इतना storage भी हमारे लिए enough नही होता है.
In my case, 2012-13 में हमारे पास Samsung का GT-E2252 हुआ करता था और मेरे पास 1 GB का external मेमोरी भी था. इसमें 100 से 200 mb वाले 3gp movies को download कराकर लाता था. ऐसा सिर्फ में ही नही आप सब में से ज्यादातर लोग ऐसे हालात से गुज़र चुके होंगे. लेकिन आज हमारे लिए 64GB की storage भी कम है. जबकि इसमें एक भी movies नही है. सिर्फ files और photos है.
जब आप सब mobile phone का उपयोग करते होंगे तो कभी कभी आपके दिमाग में एक question जरुर आया होगा की एक छोटे से मेमोरी में हम इतना सारा डाटा को कैसे store कर लेते हैं? इस तरह के बहुत सारे सवाल हैं, जिनके बारे में आपको जानना बहुत जरुरी है.
तो इस पोस्ट में हम आपको इसी के बारे में बताने वाले हैं. इससे आप समझ पाएंगे की storage devices क्या होते हैं? ये किस प्रकार के होते हैं? इससे सम्बन्धित हर जानकारी आपको इस पोस्ट में आगे मिलने वाली है. पोस्ट पढने के बाद आपके मन में अगर इससे सम्बन्धित कोई सवाल उठे तो हमें comment में जरुर बताएं.
Storage Devices क्या है?
Storage Device एक कंप्यूटिंग हार्डवेयर है, जिसका उपयोग data files और ऑब्जेक्ट्स को store, porting और extract करने के लिए किया जाता है. यह इनफार्मेशन को temporarily और permanently store कर सकता है. यह computer, server या फिर दुसरे कंप्यूटिंग system में internal या फिर एक्टेर्नल भी हो सकता है.
यह storage medium या storage media के नाम से भी जाना जाता है. यह किसी भी कंप्यूटिंग device का core कॉम्पोनेन्ट माना जाता है. यह hardware firmware को छोरकर सभी डाटा और application को vertually computer में store करके रखता है.
ये सभी storage डिवाइस के टाइप के आधार पर different form factors के रूप में उपलब्ध होता है. उदाहरण के लिए, एक computer में multiple storage devices होता है, जिसमे RAM, Cache और Hard Disk शामिल हैं, एवं इसके अलावा possibility ये भी है की इसमें ऑप्टिकल डिस्क ड्राईवर भी हो और USB के साथ दुसरे storage devices को भी connect कर सकते हो.
Storage devices के बहुत सारे examples आपको मिल जायेंगे. जैसे, Floppy Diskette, Hard drive, Magnetic Strip, Super disk, Cassette tape, CD-ROM-Disk, Blu-ray Disk, USB, SSD, Cloud Disk, etc.
Storage Disk के प्रकार:
Primary Storage Device
Primary Device किसी कंप्यूटर का स्थायी device होता है. इसका size बहुत छोटा होता है और इसको डाटा को कम time period के लिए hold या फिर कैप्चर करने के लिए बनाया जाता है. इसमें data access करने की speed बहुत ज्यादा fast होती है, जिससे computer या फिर phone fast run हो पाता है.
यह normally computer के अन्दर ही लगा हुआ होता है. यह storage device बहुत तेजी से काम करता है. इसको volatile storage के नाम से भी जानते हैं.
इसके उदाहरण निम्नलिखित हैं:
- RAM: इसका पूरा नाम Random Access Memory है. यह प्राइमरी मेमोरी होती है. यह computer, mobile या किसी दुसरे calculative device का एक मुख्य अंग होता है. यह computer की गणना को तेज करके उसके speed को बढाने में मदद करता है. यह काफी fast होता है. यह semi-conductor से मिल कर बनी होती है. computer या storage device से एलेक्ट्र्यसिटी जाने पर इसका डाटा delete हो जाता है.
- ROM: इसका पूरा नाम Read Only Memory है. यह कंप्यूटर या किसी दुसरे device की परमानेंट यानि स्थायी मेमोरी होती है. इसके नाम से ही पता चल रहा होगा की यह मेमोरी केवल डाटा को read कर सकती है. इसमें computer के निर्माण के ही समय उसमे program को store कर दिया जाता है. जिसमे समान्यतः BIOS नाम का program होता है जो computer को चालू करने में मदद करता है. ROM में डाटा store होने की capicity RAM से कम होती है. कंप्यूटर स्विच ऑफ़ होने के बाद भी ROM में संग्रहित data delete नही होती है.
Secondary Storage Device
किसी computer या mobile या किसी अन्य electronic device की सेकेंडरी storage मेमोरी भी होती है. इसमें store किया गया डाटा permanent होता है, अर्थात computer अचानक बंद होने पर भी इसमें से store किया गया डाटा delete नही होता है. इसमें store किये गये डाटा को हम अपनी इच्छा से delete कर सकते हैं.
इसमें space बहुत ज्यादा मिल जाता है. आप अपनी आवश्कता के अनुसार secondary device को लगा सकते हो. इसे हम auxilliary device भी कहते हैं. इसके कुछ उदाहरण इस प्रकार है.
Hard Disk Drive (HHD)
यह किसी computer या किसी अन्य devices की सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली device मणि जाती है. इसका इस्तेमाल internally और externally दोनों मी किया जा सकता है. इसमें डाटा storage capicity सबसे अधिक होती है. हमारे computer का softwares और ऑपरेटिंग system इसी में store किया हुआ होता है.
आप सभी को पता होगा की computer में हार्ड डिस्क के कई पार्टीशन होते हैं. जैसे Local Disk C, Local Disk D, जितने चाहे कर सकते हैं. इसका storage capicity बहुत अधिक होता है इसलिए हम movies, videos, pictures, mp3 songs, और सभी files इसी में store किये होते हैं.
Solid State Drive
इसका पूरा नाम Solid State Drive है जो HDD से काफी सिमिलर होता है. यह HDD से काफी ज्यादा एक्सपेंसिव होता है. इसमे कोई भी moving part और rotating part नही होते हैं. जिसके कारण यह ट्रेडिशनल hard drive की तुलना में कम power का इस्तेमाल करते हैं और ज्यादा तेजी से काम करते हैं.
HHD की तुलना में SSD काफी महंगे होते हैं. सामान्यतः, एप्पल की कोई भी laptop में आपको SSD मिल जाता है. अभी तो दुसरे company जैसे HP, Dell, Acer, Lenovo में भी SSD drive ही आते हैं.
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उम्मीद करता हूँ दोस्तों की आपको यह पोस्ट पढ़ कर समझ में आ गया होगा की storage device क्या होते हैं और यह कितने प्रकार के होते हैं. अगर आपको अभी भी कोई सवाल पूछना है तो निचे comment में बताएं. इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ social media में share करें. इससे हमें इसी तरह के और भी पोस्ट लिखने की प्रेरणा मिलती है.
thanks